उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर विधानसभा सीट से नामांकन किया नामांकन से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने रुद्राभिषेक किया सीएम योगी आदित्यनाथ के नामांकन के दौरान उनके साथ गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह मौजूद थे योगी आदित्यनाथ के नामांकन के लिए प्रस्तावक के तौर पर शिक्षाविद मयंकेश्वर पांडेय और केमिकल इंजीनियर सुरेंद्र कुमार अग्रवाल भी मौजूद रहे

आपको बता दे सीएम योगी के नामांकन से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित किया इस दौरान बीजेपी नेता ने कहा कि आज योगी जी के नामांकन करने के साथ ही फिर से एक बार भाजपा यहां से 300 पार के संकल्प के साथ पूरे यूपी में आगे बढ़ रही है उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में फिर से एक बार भाजपा इतिहास दोहराने जा रही है 2014 2017 और 2019 तीनों चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने मोदी जी के नेतृत्व में यूपी के विकास का रास्ता तैयार कर प्रचंड बहुमत दिया है उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की महान जनता ने 2017 के विधानसभा चुनाव में भी 300 से अधिक सीटों के साथ हमें बहुमत दिया

फिर बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया गृह मंत्री ने कहा कि आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है उनको तो लगता है कोरोना के कारण सभाएं सीमित हो गई हैं लोगों के बीच जाना नहीं पड़ रहा है मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भैया जो अपप्रचार करना है कर लो उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है भाजपा को फिर से 300 के पार सीटें मिलने वाली हैं पहली बार विधान सभा चुनाव लड़ रहे सीएम योगी आदित्यनाथ हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से BSC करने के बाद साल 1992 में गोरखपुर आए और महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ली और साल 1994 में संन्यासी बन गए

इसके बाद योगी आदित्यनाथ साल 1998-2017 तक लगातार 5 बार गोरखपुर से सांसद रहे गौरतलब है कि गोरखपुर में 33 साल में कुल 8 विधानसभा चुनाव हुए जिसमें 7 बार BJP और 1 बार हिन्दू महासभा ने जीत दर्ज की साल कांग्रेस 33 साल में एक बार भी इस सीट से नहीं जीती आपको बता दे गोरखपुर में अगर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां कायस्थ 95 हजार ब्राह्मण 55 हजार मुस्लिम 55 हजार क्षत्रिय 25 हजार वैश्य 45 हजार निषाद 25 हजार यादव 25 हजार दलित 20 हजार और सैनी 30 हजार अनुमानित वोट हैं
