फतेहपुर रेंज का बाघ शुक्रवार को ही आदमखोर घोषित कर दिया था चंडीगढ़ से शिकारी आशीष दास गुप्ता आज हल्द्वानी पहुंच जाएंगे शनिवार को वन विभाग की अलग-अलग टीमें बाघ को चिन्हित और पकडऩे के अभियान में जुटी रही फोर्स की संख्या बढऩे से रेंज के वनकर्मियों को कुछ राहत भी मिली एक टीम भद्यूनी गांव पहुंची थी दूसरी टैंकुलाइज करने को बुलाए गए

चिकित्सकों पनियाली और बजूनिया हल्दू से सटे जंगल में घूूमी जबकि तीसरी टीम को रेंज दफ्तर में रोका गया था इस टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया था ताकि किसी भी सूचना पर स्टाफ तुरंत मौके पर पहुंच सके मंगलवार को भद्यनी गांव में बाघ ने जंगल में घास लेने गई बुजुर्ग महिला धनुलि देवी को मौत के घाट उतारा था यहां पहले दस ट्रैप कैमरा लगे थे शनिवार को 20 और कैमरे लगाए गए 3 पिंजरे जंगल में लग चुके हैं पनियाली और बजूनिया से सटे जंगल में जानकी देवी और नत्थूलाल की जान गई थी यहां ट्रैंकुलाइज टीम को भेजा गया था हालांकि बाघ नजर नहीं आया वहीं रेंजर फतेहपुर केएल आर्य ने बताया

कि रेंज के पास चिकित्सकों व भारतीय वन्यजीव संस्थान के विशेषज्ञों के अलावा अब 50 वनकर्मियों की टीम है जिस वजह से जंगल में अलग-अलग जगह अभियान चलाने में दिक्कत नहीं आई डीएफओ रामनगर सीएस जोशी ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारी और चिकित्सकों की टीम पूरी मुस्तैदी से बाघ को पकडऩे के र्अिभयान में जुटी है लोगों को जागरूक करने में पुलिस भी सहयोग मिल रहा है मचान निर्माण कार्य का शुरू हो चुका है रविवार रात टीम मचान में बैठकर बाघ को खोजने की कोशिश करेगी लोगों से अपील है कि फतेहपुर रेंज के जंगल में न जाए

आपको बता दे बजूनिया हल्दू से लेकर भद्यूनी तक से सटा जंगल इस समय खतरे से खाली नहीं है जिन गांव के लोग जंगल में जान गंवा चुके है इनसे सटे आबादी क्षेत्र में भी बाघ की दहशत बरकरार है बाघ को तलाशने के लिए वन विभाग हथिनी तक का सहारा ले चुका है लेकिन हमलावर को आदमखोर शुक्रवार को ही घोषित किया गया फतेहपुर रेंज से सटे ग्रामीणों का साफ कहना है कि आदमखोर के ढेर होने पर लोगों का डर दूर होगा
